15 अगस्त सन 2023 को देश के 77 वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपना ऐतिहासिक संबोधन दिया | इस संबोधन में प्रधानमंत्री ने कई महत्वपूर्ण बातें कहीं जो आने वाले समय में भारत की दिशा और दशा दोनों बदलने वाली हैं!
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में देशवासियों को यह स्पष्ट किया है कि आने वाले चार- पांच वर्षों में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाली है और यह बात प्रधानमंत्री ने आंकड़ों के आधार पर कही है | जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 1914 में देश की सत्ता संभाली थी तो भारत विश्व की अर्थव्यवस्था में दसवें नंबर पर था और वर्तमान समय में भारत ब्रिटेन को पछाड़कर विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है| वर्तमान समय में भारत जिस तेज गति से विकास कर रहा है उससे इस बात में किसी को कोई संदेह नहीं है कि आने वाले वर्षों में भारत विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था नहीं होगी |
प्रधानमंत्री अपने भाषण में देश की प्रगति के लिए मुख्य रूप से तीन चीजों को जिम्मेदार ठहराया है | प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की प्रगति में जो 3 मुख्य चीजें सबसे बड़ी बाधा हैं वे हैं परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण| इतिहास गवाह है कि ये तीनों बुराइयां देश को दीमक की तरह खा चुकी हैं और देश के विकास में सबसे बड़ी बाधा साबित हुई हैं |
लाल किले की प्राचीर से अपने ऐतिहासिक भाषण में प्रधानमंत्री ने अपने सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं का भी विस्तार से वर्णन किया | प्रधानमंत्री ने कहा कि कैसे उनकी सरकार ने आम जनमानस को मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जिससे कि उनका जीवन स्तर ऊपर उठा है | धानमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार की गरीबों के लिए लाई गई कल्याणकारी योजनाओं के चलते पिछले 10 सालों में लगभग 12 – 13 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं और प्रधानमंत्री ने इस उपलब्धि को अपने सरकार के लिए सबसे बड़ा संतोष का विषय बताया |प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी बताया कि किस तरह से उनकी सरकार ने टेक्नोलॉजी की मदद से भ्रष्टाचार को खत्म किया है | प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने 10 करोड़ ऐसे लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने से रोका तो कभी पैदा ही नहीं हुए थे |
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में देश को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, और जिस तरह से देश विकास के क्षेत्र में नित्य नए कीर्तिमान बना रहा है उससे इस बात में किसी को भी कोई शक नहीं कि भारत सन 2047 तक एक विकसित राष्ट्र की श्रेणी में नहीं खड़ा होगा|
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में एक और महत्वपूर्ण बात कही | उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत काल में सरकार देश के विकास और आम जनमानस के कल्याण के लिए जो भी कदम उठा रही है उसका प्रभाव आने वाले 1000 सालों तक रहेगा | प्रधानमंत्री के इस कथन से यह बात स्पष्ट हो जाती है कि आने वाली शताब्दियों में भारत एक बार फिर से विश्व गुरु बन कर संपूर्ण विश्व का नेतृत्व करने वाला है|