नरेंद्र मोदी : देश सेवा के लिए गाली भी मंजूर है

विपक्ष के प्रमुख नेता मोदी जी पर यह आरोप लगते हैं की उन्होंने संबैधानिक संस्थाओ को नष्ट कर दिया है और तानाशाह बन गए है, तथा जो भी उनके खिलाफ बोलता है उसको डरा कर उसकी आवाज बंद कर देते  हैं | विपक्ष ये भी आरोप लगता है की मोदी सरकार महिला विरोधी, किसान विरोधी, और गरीब विरोधी है ! अतः  उनके इन  आरोपों में कुछ वास्तविकता है भी या नहीं ये जानना जरूरी हो जाता है|

अभी कुछ समय पहले की ही बात है जब विपक्षी  नेता सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश को  महभियोग की धमकी दे रहे थे,  और यह कह रहे थे कि उनके खिलाफ  महाभियोग चलाने  के पर्याप्त  आधार हैं,  तो ऐसे में यह सवाल उठाना स्वाभाविक है की जब जब उनके पास आधार थे तो  फिर वे  महाभियोग लाये  क्यों नहीं ?  इससे तो  यही  सिद्ध होता है कि  यह सारी कवायत उन्हें सिर्फ और सिर्फ उन्हें  डराने के लिए ही  की गयी थी ! विपक्ष यह भी आरोप लगता है कि इतिहास में पहली बार मोदी राज में सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, किन्तु उन्होंने यह नहीं बताया की इसमें मोदी सरकार बीच में कहाँ से आ गयी? ये तो माननीय सुप्रीम कोर्ट का आंतरिक मामला था, इसमें मोदी सरकार का क्या क्या लेना देना 🙂 🙂 क्या विपक्ष को इतना भी नहीं पता की सुप्रीम कोर्ट का  प्रशासन सुप्रीम कोर्ट खुद देखता है, मोदी सरकार नहीं 🙂

संबैधानिक संस्थाओं सुप्रीम कोर्ट और कैग का विपक्ष कितना सम्मान करता है ये इसी बात से पता चलता है कि राफेल मामले में सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद भी कि राफेल सौदे में कोई अनियमितता नहीं है और ऑफ सेट पार्टनर चुनने में सरकार की कोई भूमिका नहीं है,  एक जनाब नरेंद्र मोदी पर इस मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हैं और कहते है कि  मोदी जी ने किसी बिजनेसमैन की जेब में ३० हजार करोड़ डाल दिए, पर  इसका उनके पास  .न तो  कोई सबूत और न ही कोई प्रमाण ! कैग की रिपोर्ट में भी इस सौदे को पूरी तरह पारदर्शी और पिछले सौदे से सस्ता बताया गया है …   ….लेकिन फिर भी   देश के चुने हुए प्रधानममंत्री को “चौकीदार ***** है कह कर अपमान किया जा रहा है,  क्या यह देश के १३० करोड़ लोगो का अपमान नहीं है ? न कोई सबूत ,  कोई एफ.आई आर. , बस सिर्फ झूठ का ही सहारा ! अब देश को सोचना है कि क्या देश की सुरक्षा के लिए राफेल का सौदा करना गलत था?

देश की भलाई  के लिए कड़े फैसले लेने वाले नरेंद्र मोदी के चलते जब उनके कुछ विरोधियो की तिजोरियों में पैसे आने बंद हो गए तो वे मोदी को तानाशाह बताने लगे, लेकिन ऐसा करना अगर तानाशाही है तो भारत की जनता को इस समय ऐसे ही  तानाशाह की ही जरूरत है जो देश को लूटने वाले और देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक तत्वों को कुचल सके !

इमरजेंसी लगा कर देश के महान लोकतंत्र को कलंकित करने और लोगो की आवाज को दबाने वाले लोग आज मोदी सरकार पर यह आरोप लगाते कि बोलने की आजादी नहीं है? नरेंद्र  मोदी को नी *, हिटल * कहा गया और  मोदी तेरी क* खुदेगी और *र जा मोदी जैसे घृणित नारे तक लगाए गए;  और भी  न जाने क्या क्या अनगिनत गालियाँ देने वाले लोग मोदी जी के खिलाफ बोलने की और कितनी आजादी चाहते है ? अगर मोदी जी तानाशाह होते तो उनको गालिया  देने वाले उनके खिलाफ मुँह खोलने की हिम्मत नहीं करते !

 भाजपा सरकार के कार्यकाल में 0% भ्रष्टाचार होने से कुछ विपक्ष के नेता मज़बूरी में   काल्पनिक आरोपों का सहारा लेते हैं ! अटल विहारी बाजपाई जी की सरकार में भी उनपर “हिडन एजेंडा ” पर चलने का झूठा आरोप लगाया जाता था और अब उसी तरह  नरेंद्र मोदी की सरकार में भी सिर्फ विरोध करने के लिए काल्पनिक मुद्दे जैसे “लोकतंत्र खतरे में है” , संबैधानिक संस्थाओ को नष्ट किया जा रहा है, बोलने की आजादी खतरे में है, सरकार गरीब विरोधी है, आदि का सहारा लिया जा रहा है!

देश में आजादी के बाद पहली बार  महिलाओं, किसानों, मजदूरों, दलितों और नौजवानो के लिए मोदी सरकार ने जितना काम किया उतना किसी और सरकार ने नहीं किया ! करोड़ो गरीब लोगो का बैंक खाता खोलकर मोदी सरकार ने विचौलियों के हाथ जाने वाली रकम को सीधे गरीबो के बैंक खातों में पहुंचाया!  एक अनुमान के अनुसार मोदी सरकार हर साल लगभग ३ लाख करोड़ रुपये गरीबों को सीधे उनके खातों में विभिन्न योजनाओं के मद में  डालती है! अबतक मोदी सरकार ने करोड़ों महिलाओ को फ्री में गैस कन्नेक्शन दिए हैं, किसानो को उनकी उपज का डेढ़ गुना मूल्य दिया है, तथा प्रधानमंत्री किसान योजना, प्रधानमंत्री जीवन बीमा योजना,  आयुष्मान योजना, गरीबों के खातों में हर महीने १०० रूपया देना, करोड़ों लोगो को छोटे दुकान या छोटे व्यवसाय करने के लिए मुद्रा योजना, आदि अनेको योजनाओ से   देश के करोड़ों महिलाओ, किसानो, दलितों, मजदूरों के लिए अभूतपूर्व कार्य किया है ! लेकिन फिर भी विपक्ष उन्हें महिला विरोधी, किसान विरोधी, गरीब विरोधी कह कर दुष्प्रचार कर रहा है !

देश के प्रमुख शैक्षणिक संस्थाओं में राष्ट्रभक्त और विद्धान व्यक्तियों को नियुक्त करने पर विपक्ष ये आरोप लगता है कि मोदी सरकार संस्थानों में अपने आदमियों को नियुक्त कर रही है, किन्तु ये वही विपक्ष है जो अपने  शासन में  लगभग सभी संस्थाओं में बामपंथिओं की नियुक्ति करता था जिसने अनेको टुकड़े-टुकड़े गैंग पैदा कर दिए जो भारत की बर्बादी के नारे लगाते है !

देश का ये सौभाग्य है कि आज नरेंद्र  मोदी लगभग 9 सालों से देश के प्रधानमंत्री हैं जो देश की सेवा करने के लिए रोज ही अनगिनत गालियाँ सुनते हैं ! मोदी जी के कुशल नेतृत्व के कारण आज पहली बार एक आम भारतीय अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहा है! आने वाले इतिहास ने मोदी जी के कार्यकाल को स्वर्णाक्षरों में लिखा जायेगा और उन्हें “विकसित भारत के  निमार्ता ” की संज्ञा दी जाएगी

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